धर्म ग्रन्थ अत्याचार के खिलाफ । Scripture against Persecution
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जब जब पृथ्वी पर अत्याचार बढ़े हैं, तब तब कोई न कोई शक्ति ने जन्म लिया है और अपने ग्रन्थ दिए हैं अत्याचार के खिलाफ।
जब जब पृथ्वी पर अत्याचार बढ़े हैं, तब तब कोई न कोई शक्ति ने जन्म लिया है और अपने ग्रन्थ दिए हैं अत्याचार के खिलाफ।
आज पृथ्वी के सम्पूर्ण भाग में ग्रन्थ उतर चुके हैं। नए युग के लोगों ने ग्रंथों की शिक्षा भी ग्रहण की है, और कुछ ने तो इतना पढ़ लिया कि उस काल के ग्रन्थ लिखने वाले उन पूज्नीय महान हस्तियों ने भी न पढ़ा हो।
परन्तु आज भी भ्रष्टाचार एवं अत्याचार कम नहीं। अत्याचारियों ने तो धर्म को भी अपनी लड़ाई एवं अपने अत्याचार करने का माध्यम बना लिया है। ऐसे में कौन से नए ग्रन्थ का इन्तज़ार है, औलोकिक शक्तियाँ अपने गुस्से एवं प्रकोप के माध्यम से अपनी नाराज़गी जताए और फिर एक नए ग्रन्थ के माध्यम से अत्याचार खत्म करने को कहे।
How to find peace
Good
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